पटाखों के कानफोड़ धमाकों, फुलझड़ियों की सतरंगी झिलमिलाती छटाओं, और अंतरतम को मिठास से भर देने वाली मिठाइयों के बीच धन-धान्य के दीप, ज्ञान की मोमबत्तियां, सुख के उजाले और समृद्धि की किरणें इस दिवाली पर रोशन कर दें दुःखों की अमावस्या को, आपके जीवन में...
दीपावली के इस पावन पर्व पर निष्ठा, सार्थक, हेमा तथा विवेक की ओर से हार्दिक मंगलकामनाएं...
आपको और आपके परिवार में सभी को दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएँ।
ReplyDeleteदीपोत्सव की हार्दिक शुभकामनायें ....
ReplyDeleteअल्पना जी, शुभकामनाओं के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद... :-)
ReplyDeleteमोनिका जी, शुभकामनाओं के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद... :-)
ReplyDeleteसुन्दर प्रस्तुति…………दीप मोहब्बत का जलाओ तो कोई बात बने
ReplyDeleteनफ़रतों को दिल से मिटाओ तो कोई बात बने
हर चेहरे पर तबस्सुम खिलाओ तो कोई बात बने
हर पेट मे अनाज पहुँचाओ तो कोई बात बने
भ्रष्टाचार आतंक से आज़ाद कराओ तो कोई बात बने
प्रेम सौहार्द भरा हिन्दुस्तान फिर से बनाओ तो कोई बात बने
इस दीवाली प्रीत के दीप जलाओ तो कोई बात बने
आपको और आपके परिवार को दीपोत्सव की हार्दिक शुभकामनायें।
वन्दना जी, इस बेहद खूबसूरत रचना के लिए कोटिशः धन्यवाद... परमपिता परमात्मा करे, आपकी कल्पना शब्दशः सत्य हो जाए... :-)
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