tag:blogger.com,1999:blog-3482810709748108183.post704681484246939460..comments2023-09-23T16:09:45.698+05:30Comments on कुछ पुरानी यादें... (कविताएं, गीत, भजन, प्रार्थनाएं, श्लोक, अनूदित रचनाएं): नख-शिख वर्णन... (काका हाथरसी)Vivek Rastogihttp://www.blogger.com/profile/13115647692028990343noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-3482810709748108183.post-35813394378847554692016-05-13T19:11:09.703+05:302016-05-13T19:11:09.703+05:30शब्दों का माया जाल !!!!
बहुत ही सरल सुंदर ओर सटीक ...शब्दों का माया जाल !!!!<br />बहुत ही सरल सुंदर ओर सटीक कविता !!!<br />आभार !!!Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/07062632044289073692noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3482810709748108183.post-12036949940407785082008-12-23T10:59:00.000+05:302008-12-23T10:59:00.000+05:30प्रिय प्रदीप जी... स्वागत के शब्दों के लिए हार्दिक...प्रिय प्रदीप जी... स्वागत के शब्दों के लिए हार्दिक धन्यवाद...Vivek Rastogihttps://www.blogger.com/profile/13115647692028990343noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3482810709748108183.post-65017628742387391672008-12-20T09:55:00.000+05:302008-12-20T09:55:00.000+05:30आपका चिटठा जगत में स्वागत है निरंतरता की चाहत है ...आपका चिटठा जगत में स्वागत है निरंतरता की चाहत है अत्यन्त भावभीनी कविता <BR/>मेरे ब्लॉग पर भी पधारेंप्रदीप मानोरियाhttps://www.blogger.com/profile/07696747698463381865noreply@blogger.com